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जानिए क्यों होते हैं तलाक...??

शादी जीवन का वो हिस्सा है जिसके बिना पुरुष और स्त्री को अपना जीवन अधूरा प्रतीत होता है. लेकिन वैवाहिक जीवन तभी सम्पूर्ण माना जाता है जब इस रिश्ते में विश्वास होता हो, प्रेम हो, एक दुसरे के प्रति समर्पण हो. किन्तु कुछ केस ऐसे भी है जहाँ इन सब के होने के बावजूद वैवाहिक जीवन में कई तरह के उतार चढाव आते हैं जिन्हें शादीशुदा जोड़े को झेलना पड़ता है. ये सब उतार चढाव अपने आप नहीं बल्कि नक्षत्रों में सूर्य, शनि, राहु और केतु के स्थानों पर निर्भर करते है. तो आओ देखते है कि किस ग्रह के कहाँ होने पर क्या असर पड़ता है.





तलाक के योग ( Chances of Divorce in Kundali Horoscope ) :
·         कुंडली मांगलिक हो तो शादी हो के भी विवाह टूट जाता है किसी भी कुंडली में सप्तमेश वर्गोत्तम नहीं होना चाहिए.
·         यदि पति का नक्षत्र चर संज्ञक हो और पत्नी का नक्षत्र ध्रुव संज्ञक हो तो पति पत्नी में तलाक होना संभव है साथ ही दोनों की कुंडली मृदु संज्ञक नक्षत्र की भी नहीं होनी चाहिए.
·         यदि कुंडली में शनि अकेले पंचम भाव में उपस्थित हो और राहू अकेले सप्तम भाव में उपस्थित हो तो भी तलाक हो सकता है, इस स्तिथि में शनि को लग्न में नहीं होना चाहिए और लग्न में उच्च गुरु का होना भी दुष्प्रभाव देता है.
·         जन्म कुंडली में 6, 7, 8, 12 अंकों को अशुभ माना जाता है, साथ ही मंगल शनि राहू - केतु और सूर्य ग्रहों को भी काफी खतरनाक माना जाता है. इनकी स्थिति बिगड़ने से दांपत्य जीवन के सुख में बाधा आने लगती है जो तलाक तक पहुँच जाती है.
·         दांपत्य जीवन में दुःख का मुख्य कारण लग्न में शनि और राहू की स्तिथि का पाया जाना होता है.
·         यदि जातक की कुंडली में सातवे भाव में सूर्य हो तो उसे शिक्षित और सुन्दर पत्नी मिलती है परन्तु यदि इस भाव में किसी शुभ ग्रह की स्तिथि न हो तो जीवन में क्लेश चलता रहता है और सुखों का अभाव हो जाता है.
·         यदि जातक की कुंडली में सप्तम भाव चन्द्रमा कमजोर हो तो ये स्थिति भी दांपत्य जीवन के सुखों का हनन करती है.
·         विवाह के बाद अगर कुंडली में राहू और केतु का वाश हो तो वे दोनों मिलकर दांपत्य जीवन में बाधा उत्पन्न करने लगते है और हमेशा कलह होता रहता है.
·         यदि जातक की कुंडली में सप्तम भाव में शनि का योग हो तो भी तलाक के आसार बने रहते हैं इस स्तिथि में कुछ वर्ष तक तो दांपत्य जीवन सही गुजरता है परन्तु बाद में बाधा उत्पन्न होने लग जाती हैं.
·         यदि जन्म कुंडली के पहले चौथे सातवे बारहवे स्थान में मंगल हो तो जातक का योग मांगलिक हो जाता है इस स्तिथि में जातक का विवाह देर से होने की संभावना बन जाती है या विवाह के पश्चात पति पत्नी में से किसी एक की मृत्यु का हो जाना तथा तलाक जैसी स्तिथि उत्पन्न हो जाती है.

The Chances in Horoscope are Responsible for Divorce
तलाक और घर क्लेश से बचने के लिए आप इन उपायों को अपना सकते हो ( Some Important measures to Remove Home Trouble and Divorce ) :
§  यदि आपकी कुंडली में शनि, मगल, रहू और सूर्य सप्तम भाव में विराज हो तो आपको हनुमान जी की शरण में जाना चाहिए, हनुमान जी ने जैसे सीता और राम को मिलाने में सहायता की थी, ठीक वैसे ही वे आपके दांपत्य जीवन को भी सुखमय बना देंगे.
§  सातवें भाव में सूर्य होने पर जातक को रविवार से हर दिन हृदय स्त्रोत का पाठ शुरू कर देना चाहिए, साथ ही सूर्य को प्रत्येक दिन जल में लाल फूल, लाल चन्दन और चावल के साथ तीन बार अर्ध्य भी देना चाहियें.
§  यदि आपकी कुंडली में मंगल के कारण कोई समस्या या परेशानी की नौबत आये तो आपको ताम्बे के लौटे को लाल चन्दन से रंग के, उसमे गेहूँ भरने है. इस लौटे को हनुमान जी के मंदिर में चढ़ा दें. आपको जल्दी ही असर दिखना शुरू होने लगेगा.
§  यदि शादी के तुरंत बाद से ही दिक्कतें आरम्भ हो गयी है तो तो पति या पत्नी को 13 दिनों तक लगातार पीपल की जड़ में पानी को अर्पण करना है, इससे जल्द ही सभी बाधाएं दूर हो जाती है.
§  गुरुवार का व्रत करें तथा केले के पेड़ के नीचे जाएँ और ब्रहस्पति देव जी की पूजा अर्चना करें. ये सब उपाय अवश्य ही आपकी सभी परेशानियों को हर लेते है और आपको एक सुखमय दाम्पत्य जीवन प्रदान करते है.
तलाक तलने के अचूक सफल टोटके
तलाक टालने के उपाय ( Tips to Ignore Divorce ) :
अगर आप अपने तलाक को टालने की इच्छा रखते है तो आपको नीचे दिए इन सफल उपायों को अवश्य अपनाना चाहियें.
§  7 - 7 की मात्रा में सीताफल, नीम्बू, लौंग, सुपारी, जायफल, ताम्बे के त्रिकोण और मेलफल लें. अब इन सबको एक लाल रंग के सूती कपडे में बांधें और फिर इन्हें हनुमान जी के मंदिर में चढ़ा आयें.
§  इसी तरह आपको फिर से 7 7 की ही मात्रा में काले जामुन, नारियल, बेर, जैतून, बादाम, अमरुद और काले द्राक्ष लेने है. किन्तु इन्हें लाल नहीं बल्कि काले कपडे में बाँधना है और इस बार इन्हें शनिदेव जी के चरणों में अर्पण कर आयें.
§  आपको 7 शनिवारों के दिन दक्षिणमुखी बजरंगबली के मंदिर की उल्टी परिक्रमा करनी है वो भी 7 बार.
कुंडली में तलाक के योग, उनसे निवारण के उपाय और तलाक टालने के अन्य तरीकों के बारे में अधिक जानने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो. 
शुक्र ग्रह को जाने ( Know the Planet Venus )
·     फ़िल्मी दुनिया के द्वारा ( Know by Film World ) : फिल्मी दुनिया की चकाचौंध, फेशनेबल वस्त्रों में घूमते युवा, विपरीत लिंगियों की तरफ बढ़ता आकर्षण.. अदभुत सा लगता है न ये संसार, ये सारी चीजें शुक्र के प्रतिनिधित्व में आती है. अगर शुक्र का अच्छा प्रभाव कुंडली में हो तो व्यक्ति को दुनिया की बुलंदियों पर पंहुचा देता है लेकिन शुक्र का फ़ायदा भी आपको तभी मिल सकता है, जब कुंडली में अन्य ग्रह आपकी आर्थिक मदद कर सकें और ऐसा करने से आपकी जिन्दगी पूरी तरह से ही बदल जायेगी.
Kundali mein Shukra ke Baare mein Jaanen
·     कलाकारों से जाने ( Know via Actor’s Luck ) : इस बात को हम दो कलाकारों के माध्यम से समझाना चाहते है. वो दो कलाकार है, श्री अमिताभ बच्चन और परेश रावल जी ये दोनों ही ज्योतिषी परिवार से है उम्मीद की जा सकती है दोनों की ही कुंडलियां लगभग ठीक ही है. अब काम की बात करते है अमिताभ जी बहुत ही जाने माने और बहुत ही धनी है लेकिन दूसरी ही तरफ परेश रावल कला में उनसे बहुत ही आगे है और आर्थिक मामले में बहुत पीछे लेकिन एक बार जब अमिताभ जी आर्थिक रूप से पिछड़ने लगे थे. तब जयपुर के एक पंडित ने उनको नीलम पहनने के लिए कहा और उसी के कारण उनके करियर में प्राण आ गए.
शुक्र कन्या में नीच और मीन में उच्च का होता है. जिनकी भी कुंडली में शुक्र किसी भी अच्छे भाव का अधिपति होकर समान स्थिति में हो, तो उनको ओपल धारण करना चाहिए. इसे पहनने से उन्हें बहुत फायदा होता है.   
·     ज्योतिष के द्वारा ( By Astrology ) : सौरमंडल के नवग्रहों में शुक्र का महत्व अधिक है. आकाश में शुक्र ग्रह को आसानी से देखा जा सकता है. इसे संध्या और भौर का तारा भी कहते है क्योंकि इस ग्रह का उदय आकाश में या तो सूर्योदय के पूर्व या फिर संध्या को सूर्यास्त के बाद होता है. आसमान में सबसे तेज चमकदार तारा शुक्र ही है ज्योतिष और वैज्ञानिकों का मानना है कि सूर्य की किरणों का हमारे शरीर और जीवन पर बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ता है. पुराणों के अनुसार शुक्र दानवों के गुरु है इनके पिता का नाम कवि और इनकी पत्नी का नाम शतप्रभा है. शुक्र दैत्यों की रक्षा करने के लिए हमेशा तैयार रहते है साथ ही इन्हें सुन्दरता का प्रतीक भी माना जाता है. 
कुंडली में शुक्र के बारे में जानें
·     शुक्र ग्रह का भूगोल ( Geography of Planet Venus ) : शुक्र ग्रह सौर मंडल के आकार में छठा सबसे बड़ा ग्रह है, इसके अलावा ये ग्रह सूर्य और चन्द्रमा के बाद सबसे अधिक चमकने वाला ग्रह भी है. शुक्र ग्रह को सूर्य के चारों तरफ एक पूरा चक्र लगाने में लगभग 225 दिनों का समय लगते है, वो भी पृथ्वी की तरह अपनी धुरी पर घूमता रहता है. शुक्र ग्रह की सूर्य से दूरी तक़रीबन 10 करोड़ 82 लाख किलोमीटर है. शुक्र ग्रह से भू मध्य रेखा का घेरा लगभग 38,025 किलोमीटर तक का होता है.
·     शुक्र ग्रह का वायुमंडल ( Atmosphere ) : शुक्र ग्रह का कोई भी उपग्रह नहीं है. इस ग्रह पर सल्फुरिक एसिड के बादलों की मोटी मोटी परतें कई किलोमीटर तक फैली हुई है. ये परते ग्रह की सतह को पूरी तरह ढक लेती है जिसके कारण इस ग्रह पर 350 किलोमीटर तक प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चलती रहती है. शुक्र ग्रह का वायुमंडल भी बहुत घना है. ये कार्बन डाइऑक्साइड और नाईट्रोज़न की मात्रा से बना हुआ है, वहां का वायुमंडल दबाव धरती के वायुमंडल दबाव से तक़रीबन 92 गुना ज्यादा पाया जाता है. इस तरह का दबाव धरती पर समुंद्र की एक किलोमीटर की गहराई में पाया जाता है.
Know about Venus in Horoscope
·     शुक्र और राहू का साथ में होना ( When Joins with Raahu ) : कुंडली में शुक्र के साथ राहू का होना इस बात का सन्देश होता है कि स्त्री और दौलत का साथ अब खत्म हो गया है. यदि शनि नीच का हो तो तब भी शुक्र का असर बुरा ही होता है. इसके अलावा और कई ऐसी स्थितियाँ है जिसके द्वारा शुक्र को मंदा माना गया है. अंगूठे में दर्द का रहना या बिना रोग के ही अंगूठा बेकार हो जाता है. इसके कारण गुप्त रोग उत्पन्न हो जाते है और पत्नी से न चाहते हुए भी झगड़ा होता रहता है.
·     कुंडली में शुक्र ग्रह होने पर ( Planet Venus in Kundali ) : कोई भी सुंदर शरीर वाले पुरुष या स्त्री मे आत्मविश्वास पूरी तरह से भरा हुआ होता है. औरतें खुद ही आकर्षित होने लगती है व्यक्ति धनवान और साधन - सम्पन्न होता है यदि शनि धीरे कार्य करें तो शुक्र साथ छोड़ देता है. शुक्र का बल हो तो ऐसा व्यक्ति खूब मजे से बिना  और व्यक्ति किसी भी तरह के साहित्य या फिर फिल्मों में बहुत ज्यादा रूचि रखने लगता है.
·     शुक्र को मजबूत रखने के लिए ( What to Do to Make Shukra Happy ) : लक्ष्मी की उपासना जरूर करें सफेद वस्त्र का दान करें. भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को अवश्य दें. शुक्रवार का व्रत नहा - धोकर, साफ़ वस्त्र पहनकर, सच्चे मन से ही करें. खटाई को खाना तो दूर की बात है हाथ भी नहीं लगाना चाहिए. खुद भी और घर को भी पूरी तरह से साफ़ रखें. रोजाना नहायें शरीर को जरा सा भी गन्दा न होने दें खुशबू वाली वस्तुओं को ही ज्यादा प्रयोग में लायें. 
शुक्र ग्रह को जाने
·     कर्क या वृश्चिक में शुक्र का होना ( If Planet Shukra Presents in Cancer and Scorpio ) : कर्क या वृश्चिक में शुक्र हो और किसी अन्य ग्रह का सहारा न हो तो ये स्थिति को बहुत ही खराब बना देता है. समलैंगिक संबंधों में रूचि रखने वालों की कुंडली में आपको मंगल शुक्र की दशा देखने को मिलेगी, बुध शुक्र या गुरू शुक्र की दशा में राजयोग की सृष्टि होती है. सूर्य का योग भी महत्वपूर्ण है लेकिन ये सूर्य से आगे हो तब शुक्र ग्रह लाभ देता है. शुक्र का शनि परम मित्र है शुक्र के रत्न ओपल, हीरा है. इसलिए जिनकी कुंडली में शुक्र किसी भी अच्छे भाव का अधिपति होकर सामान्य अवस्था में हो तो ओपल धारण करना चाहिए.
शुक्र के ज्योतिषी, वैज्ञानिक, कुंडली में शुक्र या शुक्र ग्रह के बारे में अन्य कोई भी जानकारी पाने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
 हर लेते है और आपको एक सुखमय दाम्पत्य जीवन प्रदान करते है.

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